मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोहतास में 1350 करोड़ रुपये के डैम और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास साहित कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया
रोहतास में 1350 करोड़ के डैम और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का मुख्यमंत्री ने किया शिलान्यास, दो जिलों के 6 लाख लोग होंगे लाभान्वित।
आईटीआई कॉलेज में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन कर विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच लाभांश का हुआ वितरण।
कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों का भी मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण।
प्रस्तावित कार्यक्रम के विपरीत सिर्फ आधे घंटे में ही सभी कार्यक्रमों का हुआ समापन, आम लोगों एवं लाभुकों के बीच दिखी मायूसी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को रोहतास जिले के डेहरी ऑन-सोन पहुंचे, जहां उनके साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहें। मुख्यमंत्री शाम 04 बजे सड़क मार्ग से डेहरी पहुंचकर एनीकट में करीब 1350 करोड़ की लागत से बनने वाले जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत टर्न-की( वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) आधार पर पेयजल आपूर्ति योजना का शिलान्यास किया। जिसका उद्देश्य सोन नदी के जल को साफ करके पीने के योग्य बनाकर औरंगाबाद, डेहरी और सासाराम शहर में सप्लाई करना है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने डेहरी आईटीआई कॉलेज में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निरीक्षण व उद्घाटन किया और भैसहाँ पंचायत के बस्तीपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करते हुए लाभुकों के बीच लाभांश का भी वितरण किया। नवनिर्मित पंचायत पुस्तकालय एवं पंचायत भवन का निरीक्षण कर मुख्यमंत्री तय समय-सीमा से पहले हीं पटना के लिए रवाना हो गए। जिससे कई योजनाओं के लाभुको के बीच मायूसी भी देखी गई। निशक्तों के बीच ट्राई साइकिल नीतीश कुमार द्वारा वितरित करना था लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकलांगों से नहीं मिल पाए जिसके कारण कई घंटे इंतजार में बैठे विकलांगों के बीच मायूसी देखी गई। मुख्यमंत्री के प्रस्तावित सभी कार्यक्रम अपने तय समय सीमा से पहले एवं कम समय में हीं समाप्त कर दिए गए। जिससे दिव्यांग लाभुकों के बीच ट्राई साइकिल, मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के लाभुको के बीच चेक सहित कई योजनाओं के लाभांंश मुख्यमंत्री द्वारा नहीं वितरित किए गए। हालांकि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। तथा चप्पे-चप्पे पर दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी तैनात दिखे।