गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में दो दिवसीय स्टार्टअप कार्यशाला का शुभारंभ
सासाराम: गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान के तत्वावधान में दो दिवसीय स्टार्टअप कार्यशाला का शुभारंभ आज हुआ। इस कार्यशाला का आयोजन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी, हिमाचल प्रदेश और गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय, सासाराम के संयुक्त प्रयास से किया गया है। इसका उद्देश्य बिहार और आसपास के क्षेत्रों के नव उद्यमियों को सही दिशा प्रदान करना और उद्यम स्थापना के दौरान आने वाली चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करना है।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में विश्वविद्यालय के सचिव गोविंद नारायण सिंह, प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह और कार्यक्रम की मुख्य समन्वयक मोनिका सिंह ने उपस्थित नव उद्यमियों का स्वागत करते हुए इस कार्यशाला का हिस्सा बनने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से नए उद्यमियों को उनके व्यवसाय में आने वाली कठिनाइयों से निपटने और उन्हें सफल उद्यमी बनने की दिशा में मार्गदर्शन मिलेगा।
इस कार्यशाला में तीन दर्जन से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जो विभिन्न नए उद्योग और व्यवसायों से जुड़े हैं और प्रदेश और देश का नाम रोशन करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। इस आयोजन के दौरान, आईआईटी मंडी के महाप्रबंधक अनिल सिंह, जो कार्यशाला के उत्प्रेरक के रूप में उपस्थित थे, ने प्रतिभागियों को अपने उद्यम संबंधी सवालों के समाधान हेतु मार्गदर्शन प्रदान किया। साथ ही, आईआईटी मंडी के प्रबंधक गौरव पारुलकर और कम्युनिटी वेंचर के सीईओ मिस्टर कृष्णकांत चतुर्वेदी ने भी प्रतिभागियों के सवालों के उत्तर दिए और उन्हें उद्योग से जुड़े नए अवसरों के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान, प्रतिभागियों ने स्टार्टअप की चुनौतियों, नवाचार और उद्यमिता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विशेषज्ञों के साथ चर्चा की। इस कार्यशाला का उद्देश्य न केवल नव उद्यमियों को उनके व्यवसाय के प्रारंभिक चरण में मदद करना है, बल्कि उन्हें ऐसे उपकरण और संसाधन भी प्रदान करना है, जो उन्हें भविष्य में उद्यम क्षेत्र में स्थापित करने में सहायक होंगे।
कार्यशाला के अंतर्गत विभिन्न सत्रों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें प्रतिभागियों को स्टार्टअप्स के लिए धन जुटाने, मार्केटिंग रणनीतियों, नवीन तकनीकों के उपयोग और व्यवसाय प्रबंधन पर गहन जानकारी दी जाएगी।
यह कार्यशाला न केवल नव उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि बिहार और पूरे क्षेत्र में उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ी पहल भी है। प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को बेहद उपयोगी और प्रेरणादायक बताया और भविष्य में और भी ऐसे आयोजनों की आशा जताई।
निष्कर्ष:
दो दिवसीय इस स्टार्टअप कार्यशाला का आयोजन, नव उद्यमियों को मार्गदर्शन प्रदान करने और उद्यमिता के क्षेत्र में नए आयाम खोलने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय और आईआईटी मंडी के इस संयुक्त प्रयास से बिहार के युवाओं को अपने उद्यमिक सपनों को साकार करने का अवसर मिल रहा है, जो क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।