स्टार्टअप की अपार संभावनाएं: गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में दो दिवसीय कार्यशाला का सफल समापन
रोहतास (बिहार), 21 सितंबर: रोहतास जिले के जिलाधिकारी उदिता सिंह ने गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय स्टार्टअप कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते हुए युवाओं को ज्ञान प्राप्ति के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को जीवन भर कुछ नया सीखते रहने की आदत डालनी चाहिए, क्योंकि ज्ञान की प्यास ही उसे आगे बढ़ने की राह दिखाती है।
इस कार्यशाला का आयोजन आईआईटी मंडी के विद्वानों द्वारा किया गया, जिसमें स्टार्टअप के क्षेत्र में बिहार के युवाओं के लिए अपार संभावनाओं पर चर्चा हुई। उदिता सिंह ने कहा, “बिहार में स्टार्टअप की असीम संभावनाएं हैं, लेकिन इसे सही दिशा निर्देश की आवश्यकता है। इस क्षेत्र में हमारे होनहार छात्रों को प्रवेश करना चाहिए, जिससे राज्य और देश दोनों का नाम रोशन हो।” उन्होंने गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा इस दिशा में उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम बिहार के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।
कार्यक्रम को अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों ने भी संबोधित किया, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं डेहरी अनुमंडल अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह, सचिव गोविंद नारायण सिंह और आईआईटी मंडी के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह शामिल थे।
इस अवसर पर जिलाधिकारी उदिता सिंह ने विभिन्न स्टार्टअप से जुड़े लोगों को वित्तीय सहायता भी प्रदान की। उन्होंने स्टार्टअप स्टॉल का निरीक्षण करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। जिलाधिकारी ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम बिहार के युवाओं को न केवल सही दिशा प्रदान करेंगे, बल्कि स्टार्टअप के क्षेत्र में नए अवसर भी उपलब्ध कराएंगे।
कार्यक्रम का संचालन अभिषेक श्रीवास्तव ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने दिया। इस कार्यशाला के आयोजन और स्टार्टअप स्टॉल की स्थापना में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक आशीष रंजन की प्रमुख भूमिका रही।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति महेंद्र कुमार सिंह, उप कुलपति प्रोफेसर जगदीश सिंह, बोर्ड सदस्य मोनिका सिंह समेत विश्वविद्यालय के सभी संकायों के अध्यक्ष, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे।
बिहार में स्टार्टअप्स का भविष्य:
इस तरह के आयोजनों से बिहार में स्टार्टअप्स के लिए एक नया रास्ता खुलेगा, जहां युवाओं को सशक्त बनाने के लिए वित्तीय, शैक्षिक और प्रशासनिक सहायता प्राप्त होगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन ने यह सिद्ध किया कि सही दिशा में प्रयास और प्रेरणा से बिहार के युवा स्टार्टअप्स के माध्यम से अपने राज्य और देश का नाम ऊंचा कर सकते हैं।
आगे का कदम:
रोहतास के जिलाधिकारी उदिता सिंह ने भविष्य के स्टार्टअप प्रोजेक्ट्स के प्रति अपने समर्थन का आश्वासन दिया। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजनों से बिहार के युवाओं को आवश्यक दिशा निर्देश मिलेंगे और राज्य की प्रगति में उनका योगदान सुनिश्चित होगा।
संपादकीय नोट: यह कार्यशाला बिहार में स्टार्टअप्स की संभावनाओं को और अधिक मजबूती प्रदान करेगी, और राज्य के होनहार छात्र एवं उद्यमी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे। ऐसे प्रयास राज्य की आर्थिक और सामाजिक विकास में मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
4o